1989 में पहली बार डॉ हेडगेवार जन्म शताब्दी निम्मित स्कूलों में आमंत्रण के अवसर पर बागडीही गांव में सम्मलित हुआ ।
1994 में स्वाधीन छात्रावास में संघ कार्यकर्ताओं से संपर्क और संघ में प्रबेश।
1995 में धनुपाली में प्राथमिक वर्ग के साथ स्नातक पूर्ण होने के बाद विद्यार्थी विस्तारक के रूप में कार्य करते समय स्वदेशी अभियान के दौरान साप्ताहिक यात्रा।
इसी समय संघ के प्रांतीय कार्यकर्ताओं से संपर्क हुआ और संघ के रीती निति के सम्यक ज्ञान हुआ |
1996 अगस्त में भुबनेश्वर सूर्यनगर में विस्तारक वर्ग में प्रतिनिधित्व । तत्पश्चात पदमपुर(बरगढ़) खंड विस्तारक
1998 में झारबन्द ब्लॉक विस्तारक के साथ संघ प्रथम वर्ष पूर्णकिया। 1999 में झारबन्ध पाइकमाल ( ब्लाक ) खंड व तहसील प्रचारक के साथ द्वितीय बर्ष संघ शिक्षा वर्ग भंजनगर (ब्रह्मपुर, ओडिशा ) में पूर्ण।
2000 में नागपुर में तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग के साथ देवगढ़ जिल्ला के प्रचारक दायित्व संपादन किआ।
2001 से लेकर 2005 तक संबलपुर जिल्ला के प्रचारक के नाते दायित्व सम्पन्न कर बालेस्वर, तालचेर, फुलवाणी, आनंदपुर, आदि स्थानों में प्रथम व द्वितीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग में प्रशिक्षक दायित्व पूर्ण किआ।
इसी अंतराल में रज्जु भैया, सुदर्शनजी, मोहनजी, शेषाद्री जी, सुरेश जी, आदि केंद्रीय कार्यकर्ता तथा
हलदेकरजी, भगैय्या जी आदि क्षेत्रीय तथा पालधिकर जी, देशपांडे जी जैसे प्रबृद्ध कार्यकर्ताओं के संपर्क में आया। और संघ कार्य को प्रत्यक्ष रूप में अनुभव करने की अवसर प्राप्त हुआ।