Wednesday, 5 September 2018

निरंजन वन में साधु अकेला खेलता है




निरंजन वन में साधु अकेला खेलता है।
निरंजन वन में जोगी अकेला खेलता है।। (टेक)

भख्खड़ ऊपर तपे निरंजन अंग भभूति लगाता है।
कपड़ा लत्ता कुछ नहीं पहने हरदम नंगा रहता है।।
निरंजन वन में...

भख्खड़ ऊपर गौ वीयाणी उसका दूध विलोता है।
मक्खन मक्खन साधु खाये छाछ जगत को पिलाता है।।
निरंजन वन में...

तन की कूंडी मन का सोटा, हरदम बगल में रखता है।
पाँच पच्चीसों मिलकर आवे, उसको घोंट पिलाता है।।
निरंजन वन में...

कागज की एक पुतली बनायी उसको नाच नचाता है।
आप ही नाचे आप ही गावे आप ही ताल मिलाता है।।
निरंजन वन में...

निर्गुण रोटी सबसे मोटी इसका भोग लगाता है।
कहत कबीर सुनो भाई साधो अमरापुर फिर जाता है।।
निरंजन वन में... 


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